(इनफोकस - InFocus) फूड सिस्टम विज़न 2050 पुरस्कार (Food System Vision 2050 Prize)
सुर्खियों में क्यों?
- बीते 6 अगस्त, 2020 को रॉकफेलर फाउंडेशन ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में फूड सिस्टम विज़न 2050 पुरस्कार की घोषणा की.
- इसमें दुनिया के टॉप 10 विज़नरीज़ में से एक के रूप में हैदराबाद स्थित गैर-लाभकारी संगठन नंदी फाउंडेशन (Naandi Foundation) को चुना गया है।
पुरस्कार से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु
- अराकु, वर्धा और नई दिल्ली के क्षेत्रों में नंदी फाउंडेशन का ‘अराकुनोमिक्स’ (Arakunomics) मॉडल काफी सफल रहा। इसी वजह से इस संस्था को यह पुरस्कार दिया गया.
- इस पुरस्कार के अंतर्गत नंदी फाउंडेशन को 2 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि प्रदान की गई है।
- नंदी फाउंडेशन पिछले करीब 20 सालों से ‘अराकुनोमिक्स’ (Arakunomics) मॉडल के आधार पर हैदराबाद के अराकु में आदिवासी किसानों के साथ काम कर रहा है।
‘अराकुनोमिक्स’ (Arakunomics) मॉडल क्या है?
- यह एक प्रकार का एकीकृत आर्थिक मॉडल है. इसमें पुनर्योजी कृषि यानी Regenerative Agriculture के जरिए जहां एक तरफ किसानों के लाभ के लिए काम किया जाता है तो वहीं दूसरी तरफ उपभोक्ताओं के लिए गुणवत्ता पर भी काम किया जाता है।
- इस आर्थिक मॉडल के आधार पर अराकु के आदिवासी किसानों ने अराकु क्षेत्र में विश्वस्तरीय काॅफी का उत्पादन किया, जिसे साल 2017 में फ्रांस के पेरिस में लॉन्च किया गया था।
- इसके अलावा, अराकु के आदिवासी किसानों ने 955 से ज्यादा गाँवों में तकरीबन 2 करोड़ 50 लाख पेड़ लगाए हैं। इन पेड़ों को लगाने का मकसद कार्बन अवशोषण है.
- अराकु में अराकुनोमिक्स की सफलता से प्रेरणा पाकर वर्धा के कृषि समुदायों ने और साथ ही नई दिल्ली में एक शहरी फार्म सह कार्यक्रम में इस मॉडल को अपनाया गया है।
नंदी फाउंडेशन के बारे में
- नंदी फाउंडेशन की स्थापना सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट के रूप में 1 नवंबर, 1998 को की गई थी।
- यह भारत के 19 राज्यों में सक्रिय है और अब तक 70 लाख लोगों को लाभ पहुंचा चुका है।
रॉकफेलर फाउंडेशन
- सन 1913 में तेल कंपनी मालिक जॉन डी रॉकेफेलर ने इस फाउंडेशन की स्थापना की थी।
- यह संस्था हर साल करीब 20 करोड़ डॉलर का दान देती है।